भारत में Electric scooter क्रांति तेज़ी से बढ़ रही है। कॉलेज के छात्रों से लेकर ऑफिस जाने वालों तक, हर कोई पर्यावरण-अनुकूल और किफ़ायती इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर रुख कर रहा है। लेकिन जब मानसून का मौसम आता है, तो कई लोग एक आम सवाल पूछने लगते हैं:
“क्या Electric scooter EV वाकई बारिश और पानी में सुरक्षित हैं?”
यहां हम मानसून में Electric scooter के इस्तेमाल की सच्चाई, उनके फायदे, जोखिम और सावधानियों के बारे में जानेंगे, ताकि आप सोच-समझकर फैसला ले सकें।

मानसून में लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने से क्यों डरते हैं?
बैटरी और पानी का जोखिम – सबसे बड़ी चिंता यह है कि क्या बारिश का पानी Electric vehicle की बैटरी को नुकसान पहुंचा सकता है।
फिसलन भरी सड़कें – मानसून का मतलब है गीली सड़कें और फिसलने की ज़्यादा संभावना।
चार्जिंग सुरक्षा – बारिश या नमी के दौरान स्कूटर चार्ज करने का डर।
बिजली का झटका – एक आम मिथक है कि बारिश में Electric vehicle झटके दे सकते हैं।
लेकिन ये चिंताएँ कितनी सच हैं? आइए समझते हैं।
IP रेटिंग – असली गेमचेंजरहर Electric scooter (EV) IP रेटिंग (इन्ग्रेस प्रोटेक्शन) के साथ आता है जो यह बताता है कि वह पानी और धूल से कितना सुरक्षित है।
IP67 → उच्च सुरक्षा, भारी बारिश और थोड़े समय के लिए पानी में डूबने पर भी सुरक्षित।
IP65 → सामान्य बारिश और छींटों से सुरक्षा।
IP54 → प्रकाश सुरक्षा, भारी बारिश से बचें।
इसलिए, EV Scooter खरीदने से पहले हमेशा उसकी IP रेटिंग ज़रूर जाँच लें। भारत में Ola S1, Ather 450X और TVS iQube जैसे ज़्यादातर लोकप्रिय EV स्कूटर IP67 या IP65 रेटिंग के साथ आते हैं, जिसका मतलब है कि ये रोज़ाना मानसून में सवारी के लिए सुरक्षित हैं।
Electric Scooter EV इस्तेमाल करने के फायदे
1. पेट्रोल की कोई परेशानी नहीं – हालाँकि पेट्रोल बाइक कभी-कभी जलभराव वाले इलाकों में रुक सकती हैं, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन बेहतर सीलबंद होते हैं।

2. क्विक स्टार्ट – रुक-रुक कर चलने वाले ट्रैफ़िक में भी तुरंत टॉर्क और आरामदायक सवारी।
3. पर्यावरण के अनुकूल – पहले से ही प्रदूषित मानसूनी हवा में धुआँ उत्सर्जन नहीं।
4. कम चलाने का खर्च – पेट्रोल बाइक की तुलना में सिर्फ़ ₹1 प्रति किमी।
मानसून में जोखिम और चुनौतियाँ
हालाँकि इलेक्ट्रिक स्कूटर सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, फिर भी कुछ चुनौतियाँ बनी हुई हैं:
जलभराव की समस्याएँ – गहरे पानी से बचें क्योंकि लंबे समय तक पानी में रहने से बैटरी खराब हो सकती है।
फिसलन वाले टायर – स्टॉक टायर गीली सड़कों पर पर्याप्त पकड़ नहीं बना पाते।
बारिश में चार्ज करना – बिना कवर के बाहर चार्ज करना जोखिम भरा है।ब्रेक दक्षता – गीली सड़कों पर ड्रम ब्रेक कमज़ोर पड़ सकते हैं।
मानसून में Electric scooter चलाने के लिए सुरक्षा सुझाव
1. गहरे पानी से बचें – 6-8 इंच से ज़्यादा पानी वाले इलाकों में गाड़ी न चलाएँ।
2. समझदारी से पार्क करें – पानी के प्रवेश को रोकने के लिए हमेशा ढके हुए या ऊँचे स्थान पर पार्क करें।
3. चार्जर पोर्ट के लिए रेन कवर का इस्तेमाल करें – चार्जिंग सॉकेट को सूखा रखें।
4. टायर अपग्रेड करें – गीली सड़क पर बेहतर पकड़ वाले टायर इस्तेमाल करें।
5. नियमित रखरखाव – भारी बारिश से पहले और बाद में अपने इलेक्ट्रिक वाहन की जाँच करवाएँ।
6. रक्षात्मक ड्राइविंग अपनाएँ – ज़्यादा दूरी बनाए रखें, धीरे से ब्रेक लगाएँ, और मोड़ पर धीमी गति से चलें।
बारिश में बैटरी की सुरक्षा के बारे में क्या?
EV battery लिथियम-आयन होती हैं और सीलबंद वाटरप्रूफ आवरण में पैक की जाती हैं।
सामान्य बारिश या छींटे उन पर असर नहीं डालेंगे।
बाढ़ जैसी परिस्थितियों में लंबे समय तक इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।
इसलिए, जब तक आप अत्यधिक जलभराव से बचते हैं, तब तक मानसून में बैटरी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।
तुलना: मानसून में Petrol scooter v/s Electric scooter
पैट्रोल स्कूटर इलेक्ट्रिक स्कूटर
जल प्रतिरोध पानी में रुक सकता है, बेहतर सीलबंद
रखरखाव ज़्यादा (इंजन की समस्याएँ) कम ईंधन/चार्जिंग। पेट्रोल पंप पर जाना घर पर चार्ज करना
पर्यावरणीय प्रभाव, प्रदूषण, शून्य उत्सर्जन
विशेषज्ञ की राय
ऑटोमोबाइल विशेषज्ञ और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता इस बात की पुष्टि करते हैं कि आधुनिक Electric scooter भारतीय मानसून की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं। सही ड्राइविंग आदतों और सावधानियों के साथ, ये पेट्रोल स्कूटर जितने ही सुरक्षित हैं—कभी-कभी तो उनसे भी बेहतर।
निष्कर्ष
तो, मानसून में इलेक्ट्रिक स्कूटर सैफ है या नहीं?
इसका जवाब है हाँ – इलेक्ट्रिक स्कूटर मानसून के लिए सुरक्षित हैं, बशर्ते आप ज़िम्मेदारी से चलाएँ, गहरे पानी से बचें और सुरक्षा सुझावों का पालन करें।
बढ़ती IP-रेटेड तकनीक, सीलबंद बैटरियों और बेहतर डिज़ाइन के साथ, इलेक्ट्रिक स्कूटर भविष्य के लिए तैयार हैं और बरसात के मौसम के लिए भी एकदम सही हैं।
अगर आप एक खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो मानसून के डर को अपने रास्ते में न आने दें। पर्यावरण के अनुकूल बनें, पैसे बचाएँ और समझदारी से चलाएँ!